Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि का व्रत करते समय इन चीजों से बचें

Chaitra Navratri 2022:

चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू हो रहें है और 11 अप्रैल 2022 को समाप्त होंगें । पूरे 9 दिनों तक देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। लोग नौ दिनों तक उपवास रखते हैं।

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Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 यानि कल से शुरू हो रहें है और 11 अप्रैल 2022 को समाप्त होगा। पूरे 9 दिनों तक देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। लोग नौ दिनों तक उपवास रखते हैं। बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो नवरात्रि में व्रत नहीं रखते लेकिन सात्विक भोजन करते हैं। यह भक्ति और स्वास्थ्य दोनों में लाभकारी है। दरअसल, गर्मियों की शुरुआत चैत्र नवरात्रि से होती है। ऐसे में आपके खान-पान का असर आपकी सेहत पर पड़ता है। गर्मियों में गर्म और तैलीय भोजन करने से पेट की समस्या बढ़ जाती है। नवरात्रि में कुछ लोग बिना कुछ खाए पूरे दिन व्रत रखते हैं तो कुछ लोग केवल फल खाते हैं। ऐसे में खाली पेट खाने या उपवास के दौरान गलत खाना खाने से एसिडिटी और गैस की समस्या हो सकती है। अगर आप व्रत के दौरान गैस और एसिडिटी की समस्या से बचना चाहते हैं तो इन चीजों से परहेज करें।

व्रत के दौरान इन चीज़ों से परहेज़ ही रखें 

उपवास का मतलब यह नहीं है कि आप खाली पेट रहें। उपवास के दौरान भूखे रहने या खाली पेट रहने से पेट में गैस बन सकती है। आपको सिरदर्द और उल्टी भी हो सकती है। उपवास के दिनों में आपको इस बात का बहुत ध्यान रखना चाहिए कि आप क्या खाते-पीते हैं। धीरे-धीरे खाओ।

सुबह की चाय बहुत नुक़सान पहुंचा सकती है। आपको सुबह की शुरुआत चाय से नहीं करनी चाहिए। आपको दिन भर में हल्का भोजन करना चाहिए, ऐसे में सुबह खाली पेट चाय पीने से गैस बन जाती है। इससे आपके लिए टिके रहना मुश्किल हो सकता है। बहुत से लोग उपवास के दिनों में कई बार चाय पीते हैं, जिससे गैस और एसिडिटी की समस्या और सिरदर्द हो सकता है।

बहुत से लोग व्रत के दौरान बहुत ज्यादा तला-भुना खाना खाते हैं। लेकिन आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। व्रत के दिन पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। ऐसे में आपको ज्यादा तला-भुना खाना नहीं खाना चाहिए। खासतौर पर उपवास के दौरान ऐसी चीजें सीने में जलन, गैस और डिहाइड्रेशन का कारण बन सकती हैं। तैलीय भोजन करने से आपको अधिक प्यास लगती है। इस तरह का खाना सेहत के लिए हानिकारक होता है।

सात्विक भोजन का प्रयोग अत्यंत आवश्यक है सात्विक भोजन से हमारा मन और तन दोनों तंदरुस्त रहेंगे। हिन्दू धर्म में लहसुन और प्याज़ के सेवन को सख्ती से मना किया हुआ है।

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